![सोनिया गांधी](https://republicawaaz.com/wp-content/uploads/2024/02/Black-Red-Simple-5-Epic-Battle-Game-Strategy-Gaming-YouTube-Thumbnail.png)
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है। उनके साथ उनके बेटे राहुल गांधी, बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, और राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद रहे। इस अहम घटना से पहले, उन्होंने जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भी हिस्सा लिया।
विपक्षी नेताओं का समर्थन
यह नामांकन विपक्षी नेताओं का समर्थन भी प्राप्त कर रहा है। राजस्थान में गर्मागर्मी होने वाले राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर, कांग्रेस ने सोनिया गांधी को उम्मीदवार बनाया है ताकि वह उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ सके।
सोनिया गाँधीराजस्थान को ही क्यों चुना
राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर, कांग्रेस ने सोनिया गांधी को चुना। इसमें उनके बेटे राहुल और प्रियंका का समर्थन भी शामिल है। लोकसभा चुनाव के लिए, कांग्रेस को यहां से एक राज्यसभा सीट मिलेगी, जो की अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, मनमोहन सिंह के रिटायरमेंट के बाद राजस्थान से एक सीट खाली होगी, जो कांग्रेस को मिल सकती है।
राजस्थान से सम्बंधित महत्वपूर्ण पहलू
सोनिया गांधी का राजस्थान से तेज़ और सख्त रिश्ता है। उन्होंने राजस्थान को कई मौकों पर सामर्थ्यपूर्ण रूप से समर्थन दिया है, जैसे कि अटल बिहारी वाजपेयी के समय में राजस्थान में अकाल पड़ने पर उन्होंने केंद्र सरकार से मदद मांगी थी। उनके इस नामांकन से कांग्रेस का संदेश है कि वह राजस्थान को महत्व देती है और उसके विकास में सहायक होने को तैयार है।
यह नामांकन राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में देखा जा रहा है, जिससे कांग्रेस को राज्य में मजबूती मिल सकती है। इसके साथ ही, सोनिया गांधी की उपस्थिति से र