डिजिटल सिग्नेचर क्या है?, कैसे काम करता है? Digital Signature all Information.

Avnish Sharma
Avnish Sharma  - IT Department | News Blog
9 Min Read

अगर आप डिजिटल सिग्नेचर से जुडी जानकारी ढूंढ रहे है तो आप एकदम सही जगह पर आये है,आज के समय में डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट का व्यावसायिक दृष्टि से बहुत ही अहम् है, इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको डिजिटल सिग्नेचर से जुडी छोटी से छोटी जानकारी प्रदान करेंगे, जेसे डिजिटल सिग्नेचर क्या है? What is Digital Signature in Hindi?  डिजिटल सिग्नेचर काम केसे करता है? Digital Signature Certificate का प्रयोग क्यों करे? या सिग्नेचर का प्रयोग क्यों करना चाहिए? (Digital Signature) को कैसे बनाया जा सकता है?, आज आपको अपने Digital Signature Certificate से जुड़े सभी प्रश्नों के उतर मिल जायंगे आज के बाद आपको डिजिटल सिग्नेचर से जुडी जानकारी से लिए कही और नही जाना पड़ेगा, तो आईये जानते है क्या है डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट:

डिजिटल सिग्नेचर क्या है? What is Digital Signature in Hindi?  

डिजिटल सिग्नेचर क्या है? What is Digital Signature in Hindi? 

डिजिटल सिग्नेचर क्या है? What is Digital Signature in Hindi?

अगर हम सरल शब्दों के इसकी व्याख्या करे तो डिजिटल सिग्नेचर आपके ऑफलाइन हस्ताक्षरों का एक ऑनलाइन Version है, डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट (Digital Signature Certificate) में यूजर की सभी डिटेल्स मेंशन होती है, जेसे उनका PAN Number, कांटेक्ट नंबर , ईमेल आईडी, पता व् अन्य ज़रूरी जानकारी, जब आप कोई भी पीडीऍफ़ (PDF) को अपने डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट (Digital Signature Certificate) द्वारा sign करते है तो आपके द्वारा sign किया गया डाक्यूमेंट्स आपके द्वारा प्रमाणित हो जाता है sign किया गया डाक्यूमेंट्स पूर्ण रूप से आपके द्वारा ही सत्यापित किया गया है ,  

डिजिटल सिग्नेचर काम केसे करता है?  

डिजिटल सिग्नेचर काम केसे करता है?  

डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट (Digital Signature Certificate) द्वारा sign किए गये डाक्यूमेंट्स पर आपके डिजिटल सिग्नेचर की वैलिडिटी व् अन्य डिटेल्स मेंशन हो जाती है, जिससे ये प्रमाणित होता की sign किया गया डाक्यूमेंट्स आपके द्वारा ही sign किया गया है, अब सवाल यह आता है की जब हम Manually sign द्वारा किसी भी डाक्यूमेंट्स को sign कर सकते है तो डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट क्यों? आइये इसके बारे में विस्तार से जानते है.  

डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट का प्रयोग क्यों करे? Why Use Digital Signature Certificate?   

डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट का प्रयोग क्यों करे?

डिजिटल सिग्नेचर एक प्रकार का ई-सिग्नेचर होता है, जिसमें यूज़र की आइडेंटिटी पक्की करने के लिए डिजिटल सर्टिफिकेट का इस्तेमाल किया जाता है। डिजिटल सिग्नेचर्स विश्व के अलग-अलग हिस्सों में लागू होने वाले सभी नियमों-कानूनों का पालन करते हैं और डिजिटल डॉक्युमेंट्स के लिए यूज़र्स की आइडेंटिटी पक्की करने का सबसे बेहतर तरीका Provide कराते हैं।   

सरल शब्दों में इसको परिभाषित करे तो अगर आप इसी भी डाक्यूमेंट्स फाइल पर Manually signature करते है तो किस भी व्यक्ति द्वारा मैन्युअली सिग्नेचर किए गए डाक्यूमेंट्स में छेड़छाड़ की जा सकती है, परन्तु यदि आप किसी भी डाक्यूमेंट्स को डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट (Digital Signature Certificate) द्वारा sign करते है तो digitally sign किए गए डाक्यूमेंट्स में कुछ भी छेडछाड़ करना असंभव होता है, यदि किसी ने फाइल से साथ छेड़छाड़ का प्रयास किया भी तो तुरंत ही सिग्नेचर उस फाइल से हट जाता है, कुल मिलाकर बात है की आप डिजिटल सिग्नेचर का प्रयोग करने पर आपको सुरक्षा सम्बन्धी कोई भी समस्या नही होती, तो डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट (Digital Signature Certificate) से जुड़े कुछ important पॉइंट्स,

हमें डिजिटल सिग्नेचर का प्रयोग क्यों करना चाहिए?

सुरक्षा – Security:  

यदि आप डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट का प्रयोग करते है तो आपके सुरक्षा सबंधी खतरे या समस्याओं से निजात मिल जाता है, उदाहारण के तौर पर, यदि आपने अपने डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट द्वारा किस भी फाइल को sign किया तो, signature के बाड़ी उस फाइल में कोई भी अन्य व्यक्ति कोई भी परिवर्तन नही कर सकेगा, अर्थात हमें अपने कंप्लायंस की सुरक्षा सुनिश्चित करने ने लिए हमें डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट का प्रयोग करना चाहिए! 

समय की बचत 

किसी भी बिज़नस करने वाले व्यक्ति से आप पूछेंगे की आपके लिए सबसे अवश्यक क्या है? ज्यादातर लोग का उत्तर होगा समय डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट आपके समय की काफी बचत करता है, आप सेकड़ो फाइल्स को एक क्लिक से sign कर सकते है, 

रिलाबिल्टी (Reliability)  

Digital Signature Certificate , Certifying Authirty of India द्वारा निर्धारित किए गये एक प्रोसेस द्वारा बनाया जाता है, जिमसे यूजर की आइडेंटिटी डिटेल्स जेसे पेन नंबर, ईमेल ID, Address, और बाकी निजी जानकारियाँ सम्मिलित रहती है, और डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट को बनाने के लिए यूजर का Mobile Verification, Email Verification, और Video Verification करना अनिवार्य होता है, सभी वेरिफिकेशन को करने के बाद ही किसी Certifying Authority द्वारा डिजिटल सिग्नेचर को issue किया जाता है! 

डिजिटल सिग्नेचर कितने प्रकार के होते है? Types of Digital Signature?

डिजिटल सिग्नेचर कितने प्रकार के होते है? Types of Digital Signature?

Digital Signature प्रमुख रूप से तीन प्रकार के होते है, Class 1, Class2, and Class 3, परन्तु अगर वर्तमान समय की बात करे तो class 3 डीएससी को सबसे ज्यादा प्रयोग में लाया जाता है, Controller of Certifying Authority की guideline के अनुसार 31 दिसम्बर 2019 को Class 2 डिजिटल सिग्नेचर को discontinue कर दिया गया था, क्लास 3 की डीएससी है अधिकतर जगह पर कार्य करती है, परतु क्या आप जानते है की Class 3 डीएससी में भी काफी वेराइटी होती है तो चलिए जानते है Class 3 DSC कितने प्रकार की होती है  

Class 3 डीएससी के भी तीन प्रकार होते है, Class 3 Individual, Class 3 Organization और DGFT, ये तीनो प्रकार के डीएससी अलग अलग उद्देश्य से प्रयोग किये जाते है  

डिजिटल सिग्नेचर (Digital Signature) को कैसे बनाया जा सकता है? डिजिटल सिग्नेचर कैसे बनाएं? 

आज से समय पर डिजिटल सिग्नेचर किसी भी कॉर्पोरेट सेक्टर या बिज़नस सेक्टर के लिए एक ज़रूरी उपकरण बन चूका है, चाहे वो एक आईटी return भरने वाला एक employee हो या फिर कोई businessmen, सभी को अपने ऑनलाइन कार्य के लिए डिजिटल सिग्नेचर (Digital signature Certificate) की आवश्यकता होती है, लेकिन आप  जानते है की डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट बनाया केसे जाता है? Digital Signature Certificate को बनाने के लिए किन किन चीजों की आवश्यकता होती है, आईये इस ब्लॉग पोस्ट में जानते है की कैसे आप भी घर बेठे अपना डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट स्वयम ही क्रिएट कर सकते है, 

डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट को बनाने की प्रक्रिया नीचे दी गयी है, जिसे फॉलो करके आप अपना खुद का डीएससी बना सकते है, 

Step 1 

डिजिटल सिग्नेचर बनाने के लिए सबसे पहले आपको एक CA (Certifying Authority) का चुनाव करना होता है, Certifying Authority जेसे, ProdigiSign, Emudhra, Vsign, Sify, Pantasign, Xtratrust.  

Step 2

Certifying Authority का चुनाव करने के बाद आपको अपने डीएससी का रजिस्ट्रेशन करना होता है, 

Step 3 

डीएससी का रजिस्ट्रेशन करने के बाद यूजर को अपना Mobile verification, Email Verification और विडियो वेरिफिकेशन करना होगा, 

Step 4

Certifying Authority (Issuer) यूजर के द्वारा की गई वेरिफिकेशन और कोम्प्लान्सस को अपने लेवल पर चेक करेगा, यदि यूजर द्वारा किया गया वेरिफिकेशन यूजर ने ठीक प्रकार से किया होगा हो उसके पश्चात डीएससी रेडी हो जोयगा, 

Step 5

डीएससी का अप्रूवल होने के बाद डिजिटल सिग्नेचर को आप अपने USB टोकन, Hyp2003, Watchdata Proxkey, या फिर mToken का use कर सकते है,


Top News

Share this Article
By Avnish Sharma IT Department | News Blog
Follow:
I am Avnish Sharma, deeply devoted to engaging in technical pursuits. With over eight years of experience in the Information Technology sector, I specialize as a Website Developer and News Blogger. Our website diligently presents news founded upon factual grounds. Our blog comprehensively covers an array of trending topics spanning Entertainment, Technology, National and International Affairs, Cricket, various Sports, Business, and more.
Leave a comment